करौली सरकार क्यों प्रसिद्ध है?

उत्तर प्रदेश के कानपुर में स्थित करौली धाम सरकार के नाम से प्रसिद्ध यह तीर्थ स्थल बहुत ही चर्चित है और विख्यात है यहां पर किसी भी प्रकार का जादू टोना नहीं होता लेकिन यहां पर 16 नियम चलते हैं जिनका पालन करने के बाद लोगों को अपनी बाधाओं से छुटकारा मिलता है ।

Address: 

  • Lau Kush Ashram Gram- Karauli, Sanigawan Road, Post, near Kuriyan Police Chowki, Pipar Gawan, Uttar Pradesh 208021
  • Hours: Open 24 hours
  • Phone: 098398 61919
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करौली धाम सरकार का टोकन कैसे प्राप्त करें?

करौली धाम सरकार उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में स्थित है । करौली धाम सरकार प्राकृतिक चिकित्सा के लिए जाना जाता है। यहां पर कई रोगों का इलाज किया जाता है। जिस में कैंसर सबसे प्रमुख इलाज है कैंसर के उपचार हेतु मरीज प्रतिदिन करौली धाम सरकार प्राकृतिक चिकित्सा के लिए आते हैं। करौली धाम सरकार दिन प्रतिदिन लोकप्रियता प्राप्त करता जा रहा है। यहां पर पैसे देकर टोकन भी प्राप्त किया जा सकता है। प्राकृतिक चिकित्सा के लिए महाराज से मिलकर आप अपने रोगों का इलाज प्राकृतिक चिकित्सा के जरिए कर सकते हैं। कानपुर जिले में स्थित करौली धाम सरकार विश्व प्रसिद्ध प्राकृतिक चिकित्सा स्थल है।

दरबार में तीन विधिया है जिसमे एक चौथी नई विधि पद यात्रा के रूप में जुड़ गई है ।

दरबार की चार विधिया इस प्रकार से है :

१. 9 हवन प्रक्रिया : आपको कुल नौ सिद्ध हवन क़िट दरबार से ख़रीद कर अपने घर में या दरबार में रह कर के करने होते है, जिस्म एक किट 3550 रुपये की आती है, 9हवन के बाद आपको एक आरोग्य हवन करना होता है जो 21,000 रुपये का आता है, इसके बाद आपको अमावस्या पर आ कर अपने पितृ की मुक्ति करानी होती है, और black magic नष्टिकरण संकल्प और मारण नष्टिकरण संकल्प में भाग लेना होता है जो नि:शुल्क होता है, इस प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिए आपको एक वर्ष के अंदर ३ रुद्राभिषेक और एक श्री विष्णु सहस्त्रानाम का पाठ (यह किट आपको दरबार से 5100 में प्राप्त होती है )अपने घर पर या दरबार में रह कर के कर सकते है

२. एक दिवसिय हवन : एक दिवसीय हवन प्रक्रिया में आप एक ही दिन में सभी प्रकार के दोषों से चाहे पितृ दोष हो, काल सर्प दोष, मारण, मोहन, उचाटन, कीलन, खिलाया पिलाया, ग्रह दोष, किसी का कोई श्राप हो, किसी गरीब की हाए हो, सब कुछ एक ही दिन में नष्ट हो जाता । इसका कुल खर्च 1,51,000 रुपए है

१. श्री दशमहाविद्या हवन

२. श्री रुद्राभिषेक

३. श्री रुद्री हवन

३. श्री विष्णु सहस्त्रानाम

४. माँ महाकाली अभिषेक

५. ब्लैक मैजिक नष्टिकरण

६. मारण नष्टिकरण

३. नमन : जो भक्त किसी भी प्रकार का खर्चा करने में सक्षम नहीं है, वो लोग दरबार की नमन प्रक्रिया अपना कर भी अपने पूर्वजों की मुक्ति करवा सकते है, 21 शनिवार और 7 अमावस्या दरबार में अपनी हाज़री देने से और दरबार में हो गुरुजी द्वारा किया गया शनिवार एवं अमावस्या के हवन में भाग लेना होता है, जो निःशुल्क होता है. इस से आपको 9 हवन का पुण्य प्राप्त हो जाता है और आपके पूर्वज मुक्त हो जाते है । उसके बाद आपको आरोग्य हवन करना होता है, यदि आप उसमे सक्षम नहीं है तो आपकी श्रद्धा के अनुसार दरबार आपको आरोग्य हवन का भी पुण्य बिना किसी शुल्क़ के दे देता है ।

५. चौथी विधि है पदयात्रा : दरबार के प्रति भक्तों की आस्था एवं माँ बाबा का भक्तों के प्रति प्रेम का प्रतीक है पदयात्रा, जो भक्त नमन विधि अपनाते थे उनके पूर्वज तो मुक्त होते थे परंतु उनके रोग और कष्ट नहीं नष्ट हो पाते थे, क्यूकी उसके लिए ज़्यादा ऊर्जा एयर पुण्य की आवश्यकता होती थी, और भक्त इतने सक्षम नहीं थे की एक दिवसिय हवन कर सके, लोग पैदल चल कर दरबार आने लगे, इसलिए दरबार ने चौथी विधि बनाई पदयात्रा, जिसमे आपको इस प्रकार से पुण्य मिलता है :

१. श्री काशी विश्वनाथ से श्री करौली शंकर महादेव धाम, कानपुर तक – एक दिवसीय हवन का पुण्य।

२.श्री वृंदावन बाँके बिहारी जी के दर्शन कर के श्री करौली शंकर महादेव धाम, कानपुर तक – एक दिवसीय हवन का पुण्य

३. अयोध्या जी से श्री राम लला जी के दर्शन कर के श्री करौली शंकर महादेव धाम, कानपुर तक – 9 हवन का पुण्य

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